केकेआर के कप्तान ऑयन मॉर्गन ने हैदराबाद के खिलाफ सुनील नरेन को नहीं खिलाने की वजह का खुलासा किया.
टॉस के बाद केकेआर (Kolkata Knight Riders) के कप्तान ऑयन मॉर्गन (Eoin Morgan) ने सुनील नरेन (Sunil Narine) को प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं करने की वजह का खुलासा किया. मॉर्गन ने कहा कि नरेन पूरी तरह से फिट नहीं हैं.
- News18Hindi
- Last Updated:
October 18, 2020, 6:07 PM IST
टॉस के बाद केकेआर के कप्तान ऑयन मॉर्गन (Eoin Morgan) ने सुनील नरेन (Sunil Narine) को प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं करने की वजह का खुलासा किया. मॉर्गन ने कहा कि नरेन पूरी तरह से फिट नहीं हैं और केकेआर मैनेजमेंट इस टूर्नामेंट को ध्यान में रखते हुए कोई खतरा नहीं लेना चाहता.
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ऑयन मॉर्गन ने कहा, ”हां, सुनील नरेन धीरे-धीरे रिकवर कर रहे हैं. जाहिर है उन्हें वापस पाकर हमें अच्छा लगेगा. दुर्भाग्य से आज वह 100 प्रतिशत शारीरिक रूप से फिट नहीं हैं इसलिए हमें उन्हें मैदान पर उतारने में कोई जल्दबाजी नहीं करना चाहते. हम उन्हें बाकी के टूर्नामेंट को ध्यान में रखते हुए अभी रेस्ट देना चाहते हैं. इसलिए उम्मीद है कि हम आज नहीं तो कल उन्हें वापस पा लेंगे.”बता दें कि वेस्टइंडीज के स्पिनर सुनील नरेन के गेंदबाजी एक्शन को रविवार को आईपीएल की संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन समिति ने पाक साफ करार दिया है. संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन के लिए नरेन की पिछले हफ्ते शिकायत की गई थी. पिछले शनिवार को किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ नाइट राइडर्स के मुकाबले के दौरान नरेन की शिकायत की गई और अगर ऐसा एक बार फिर होता तो उन्हें लीग में गेंदबाजी से प्रतिबंधित कर दिया जाता.
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खिलाड़ी और फ्रेंचाइजी को उस समय राहत मिली जब आईपीएल की समिति ने उनके गेंदबाजी एक्शन को पाक साफ पाया. आईपीएल ने बयान में कहा, ”कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाड़ी सुनील नरेन के गेंदबाजी एक्शन को आईपीएल की संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन समिति ने पाक साफ पाया है.”
इस 32 साल के क्रिकेटर को अब आईपीएल की संदिग्ध एक्शन चेतावनी सूची से हटा दिया गया है. सुनील को 2015 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गेंदबाजी से निलंबित कर दिया गया था, जब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद को उनका गेंदबाजी एक्शन अवैध लगा था. लेकिन 2016 में उन्हें सुधारवादी एक्शन के साथ खेल के सभी प्रारूपों में गेंदबाजी की स्वीकृति दी गई. पाकिस्तान सुपर लीग 2018 के दौरान भी नारायण के एक्शन की शिकायत हुई थी, लेकिन अंतत: यह सही पाया गया.